पुरी रथ यात्रा 2025 का भव्य दृश्य जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों की झांकी हो, BR Emporium

पुरी रथ यात्रा: भगवान जगन्नाथ का महापर्व

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भारत के प्रमुख आध्यात्मिक आयोजनों में से एक पुरी रथ यात्रा एक विशाल और भव्य पर्व है जो हर वर्ष ओडिशा के पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से आयोजित होता है। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की विशेष झांकी के रूप में गुंडीचा मंदिर तक जाती है, जहां वे आठ दिन तक विश्राम करते हैं और फिर बहुदा यात्रा के माध्यम से अपने मुख्य मंदिर लौटते हैं।

रथ यात्रा की तिथि और ज्योतिषीय महत्व

पुरी रथ यात्रा आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाई जाती है, जो आमतौर पर जून या जुलाई महीने में पड़ती है। इस दिन भगवान जगन्नाथ अपने भाई और बहन के साथ तीन अलग-अलग विशाल रथों में विराजमान होकर नगर भ्रमण करते हैं।

जगन्नाथ: ब्रह्मांड के स्वामी

भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु का एक रूप माना जाता है और वैष्णव मतावलंबियों में इनकी विशेष मान्यता है। जगन्नाथ का अर्थ है – “जगत के नाथ”। पुरी का जगन्नाथ मंदिर चार धामों में से एक है, जिन्हें हिंदू धर्म में जीवन में एक बार दर्शन करना आवश्यक माना गया है।

गुंडीचा यात्रा और बहुदा यात्रा

रथ यात्रा के दिन भगवान अपने नियमित निवास स्थान से निकलकर गुंडीचा मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं। यह मंदिर रानी गुंडीचा द्वारा भगवान की भक्ति में बनवाया गया था। यात्रा से एक दिन पहले गुंडीचा मंदिर की सफाई होती है, जिसे गुंडीचा मार्जन कहा जाता है।

यात्रा के चौथे दिन हेरा पंचमी का पर्व मनाया जाता है, जब लक्ष्मी माता अपने स्वामी जगन्नाथ को वापस लाने आती हैं। आठवें दिन बहुदा यात्रा होती है, जिसमें भगवान अपने मुख्य मंदिर लौटते हैं और मौसी मां मंदिर में एक छोटा सा ठहराव करते हैं।

रथ यात्रा के पूर्ववर्ती अनुष्ठान

रथ यात्रा की शुरुआत केवल एक दिन की नहीं होती — इसके लिए पूर्व में कई अनुष्ठान होते हैं। यात्रा से 18 दिन पूर्व स्नान यात्रा होती है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को विशेष जल स्नान कराया जाता है। इसे ज्येष्ठ पूर्णिमा को मनाया जाता है और यह इस भव्य यात्रा का प्रारंभिक संकेत माना जाता है।

BR Emporium: पूजन को बनाएं और भी दिव्य

पुरी रथ यात्रा जैसे आध्यात्मिक अवसरों पर यदि पूजन और श्रद्धा से जुड़ी सामग्रियाँ शुद्ध और भक्ति-पूर्ण हों तो उसका प्रभाव अत्यंत शुभ होता है। BR Emporium आपके पूजन अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रस्तुत करता है:

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  • चंदन, गंगाजल, कपूर और अन्य पूजन सामग्रियाँ
  • शुभ रथ यात्रा के लिए कलश सेट, पीताम्बर वस्त्र, दीप-धूप सेट

आप www.bremporium.in पर इन सभी पूजन सामग्रियों को ऑनलाइन मंगा सकते हैं और अपने घर पर रथ यात्रा की दिव्यता को महसूस कर सकते हैं।

पुरी रथ यात्रा का आध्यात्मिक संदेश

यह यात्रा भगवान की भक्ति, सेवा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें यह सिखाती है कि भगवान स्वयं भक्तों के पास आते हैं, जब उनकी श्रद्धा सच्ची होती है। रथ यात्रा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि जीवन के चरम उद्देश्य – भक्ति और मोक्ष की ओर प्रेरणा है।

निष्कर्ष

पुरी रथ यात्रा में भाग लेना, चाहे मानसिक रूप से या भौतिक रूप से, एक महान पुण्य का कार्य है। BR Emporium के साथ आप इस दिव्य यात्रा को और भी पवित्र बना सकते हैं – शुद्ध पूजन सामग्रियों और भक्ति-भाव से परिपूर्ण माहौल के साथ।

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